शुक्रवार, 25 जनवरी 2013

सौर तंत्र परिचय-स्वाध्याय सत्र

ज्ञानामृत
सौर तंत्र परिचय-स्वाध्याय सत्र   ः माघ शुक्ल सप्तमी से माघ शुक्ल द्वादशी तक
मुख्य विषय - ब्रह्माण्ड की परिकल्पना, हिरण्यगर्भ एवं सविता की अवधारणा, सौर मंडल एवं राशि विज्ञान, देश एवं काल मापन की प्रणालियां एवं सामाजिक जीवन में उनका उपयोग। सूर्य की उपासना, उसकी विभिन्न शैलियां तथा साधना के स्तर। मग ब्राह्मणों एवं सूर्य मंदिरों की भूमिका एवं बदलते सामाजिक संदर्भ, उत्थान पतन तथा मुख्य धारा में सौर तंत्र के अंशों को आत्मसात् किया जाना।
प्रस्ताव/विचारणीय-
1    सूर्य की परंपरा में होने का दावा करने के कारण सौर तंत्र जानने-समझने की हमारी नैतिक जिम्मेवारी है।
2    हम पूर्णतः दक्ष या सर्वज्ञ भले न हों, जानने का प्रयास जरूरी है अतः जिज्ञासु और आंशिक   ही सही जानकार लोगों  के बीच आपसी स्वाध्याय की दृष्टि से संवाद एवं परिचर्चा भी आवश्यक है।
इसी मकसद से मग मित्र मंडल के सदस्यों ने कुछ तैयारी की है, जो हम आपस में बांटना चाहते हैं। इसके साथ जो कोई भी सौर तंत्र के बारे में सैद्धांतिक या प्रायोगिक ज्ञान रखते हों, उनका भी सादर स्वागत है, हम उन्हें भी सुनेंगे।
इस स्वाध्याय के लिये दो ग्रंथों - सांब पुराण एवं सूर्य सिद्धांत को मूल संदर्भ ग्रंथ माना गया है। चर्चा में अन्य ग्रथ होंगे पर केन्द्र ये दोनो ही होंगे।
प्रतिभागी - 18 साल से अधिक का कोई भी मग ब्राह्मण
समय - अपराह्न 2.00 से सूर्यास्त तक
अवधि -17 फरवरी माघ शुक्ल सप्तमी से माघ शुक्ल द्वादशी दिनांक 21 फरवरी तक
स्थान - जिज्ञासुओं की संख्या के अनुसार अभी तय होना है।
सत्र विभाजन - प्रतिदिन 2 सत्र होंगे - प्रथम 2.00 से 3.30 तक तथा     द्वितीय - 4.00 से सूर्यास्त तक
प्रथम दिन
प्रथम सत्र    2.00 से 3.30 - परिचय एवं विषय प्रवेश
द्वितीय सत्र - 4.00 से सूर्यास्त तक प्रतिदिन- संध्या एवं नाड़ी शोधन का अभ्यास, प्रणायाम एवं इडा-पिंगला को संतुलित करने वाले उपायों का प्रशिक्षण ताकि संध्या काल में मध्य/सुषुम्ना नाड़ी में सूर्योपासना का अभ्यास हो सके। अन्य अभ्यास। 
द्वितीय दिन 2.00 से 3.30 - सौर तंत्र का सनातन धर्मीय कर्मकांड में समावेश।
तृतीय दिन    2.00 से 3.30 -    सौर तंत्र की मूल संरचना तथा बाह्य आंभ्यंतर साधना के सूत्र
चतुर्थ दिन    2.00 से 3.30 -    सौर तंत्र की मूल संरचना , सौर कुल, जातियां, देवी-देवता, मग ब्राह्मण
पंचम दिन    2.00 से 3.30 - मगों की सौर विद्या में त्ऱुटि के स्थान तथा पुनः प्रतिष्ठा के संभावित उपाय
द्वितीय सत्र - आपसी उद्गार एवं अगले कार्यक्रम की रूपरेखा, समापन।
नियम-
1    समय से कम से कम 20 मिनट पहले पहुंच कर व्यवस्था में सहयोग करें।
2    सामर्थ्य के अनुसार व्यवस्था का भार अवश्य उठावें एवं आचार्यों को समापन पर कुछ न कुछ दक्षिणा अवश्य दें।
3    बिना समझें न तो उपदेश दें न झूठा दावा करें, वह किसी के लाभ के लिये नहीं होता।
4    खुल कर पूछें किंतु मजाक न उड़ायें, यहां कोई भी सर्वज्ञता का दावेदार नहीं है। चर्चा में मानापमान न मानें।
निवेदक- रवीन्द्र कुमार पाठक, अघ्यक्ष, मग मित्र मंडल, मगध बिहार।
नोट- ‘मग मित्र मंडल’ कुछ जिज्ञासु एवं जानकार लोगों की मित्र मंडली है कोई औपचारिक संस्था या संगठन नहीं।
संपर्क- मो. 9431476562 इ मेल ravindrakumarpathak064@gmail.com


बुधवार, 9 जनवरी 2013

शाकद्वीपीय ब्राह्मण समाज, परिवार मिलन समारोह, गया नगर
स्थान-प्रकृति वाटिका, खटकाचक, दिनांक- 23 दिसंबर 2012, दिन रविवार
परिवार मिलन कार्यक्रम के आमद खर्च का व्योरा
पहले तो इस मिलन कार्यक्रम को पूरी तरह विकेन्द्रित सहयोग पद्धति पर आधारित कर मनाने का निर्णय हुआ था लेकिन संज्ञा समिति के लोगों एवं अन्य के प्रस्ताव पर लगभग पूर्ण बहुमत से 5 सदस्यों की संयोजन समिति के नियंत्रण में आपसी चंदे पर मनाने का निर्णय हुआ। समिति के संदस्य चुने गये- 1 सर्व श्री देवेन्द्र नाथ मिश्र, खरखुरा, इस समिति के संयोजक चुने गये। सदस्य गण- 2 कमल पाठक, खरखुरा  3 देवेन्द्र कुमार पाठक, अघ्यक्ष संज्ञा समिति,
4 राजंेश कुमार मिश्र, बागेश्वरी, 5 डॉ प्रमोद कुमार पाठक। तुरत वहीं पर चंदा आया-.......................।
1 सर्व श्री राधामोहन मिश्र    255
2 संजय कुमार मिर        101
3 उपेन्द्र कुमार पाठक        101
4 कमल पाठक             500
5 मजोज कुमार मिश्र        500
6 राजकुमार वैद्य            251
7 बैद्यनाथ मिश्र            251
8 अरुंजय कुमार पाण्डेय        101
9 अशोक कुमार मिश्र        151
10 गिरिजानंदन मिश्र        101
11 हरिनारायणमिश्र        501
12 प्रमोद कुमार पाठक        151
13 अंनंत कृष्ण            100
14 प्रमोद मिश्र            055
15 अमित कुमार मिश्र        251
16 राजेश कुमार मिश्र        251
17 रवीन्द्र मिश्र            151
18 अमृतेश कुमार मिश्र        501
19 देवेन्द्र नाथ मिश्र        500
            कुल    4777.00         इसे श्री देवेन्द्र नाथ मिश्र को सौंपा गया।
दिनांक 4 जनवरी को बैठक हुई। इसमें प्रस्तुत विवरण निम्न है-
1 कुल फुटकर चंदा            रु 4777 एवं 816
2 श्री देवेन्द्र कुमार पाठक         रु 2000
                कुल.    रु 7589
परिवार मिलन कार्यक्रम के दिन प्राप्त राशि
1 सर्व श्री राजंेन्द्र कुमार पाठक     200
2 अमृतेश कुमार मिश्र        100
3 धनंजय पाठक            011
4 बाल शशि मिश्र        101
5 संजय कुमार मिश्र        101
6 रमाकांत पाठक        050
7 मुरारि मिश्र            101
8 ब्रजभूषण पाण्डेय        101
9 चंदन कुमार मिश्र        051
            कुल     816.00
रमेश कुमार पाठक बैंगन 20 किलो
श्री देवेन्द्र कुमार पाठक ने घोषणा की थी कि चंदे के बाद जो भी घटेगा उसकी भरपाई वे निजी तौर पर करेंगे। स्थान व्यवस्था एवं अन्य खर्च (भोजन के अतिरिक्त) में चंदे से शेष की भरपाई रवीन्द्र कुमार पाठक करेंगे।
खर्च   
क डॉ प्रमोद कुमार पाठक एवं संज्ञा समिति मंडली द्वारा लिट्टी आदि भोजन मद में रु 11480 ( विवरण अनुपलब्ध)
ख श्री मनीष मिश्र द्वारा माइक स्पीकर बैटरी आदि मद में                 रु   740
ग श्री प्रभात कुमार पाण्डेय,  प्रतिनिधि र.कु.पाठक चाय, फलाहार, प्लेट, ग्लास, आदि
    फुटकर सामग्री मद में प्रस्तुत विवरण के अनुसार                 रु 1140
                                    कुल      रु 13360
1 श्री देवेन्द्र कुमार पाठक चंदे के बाद घटी राशि रु 5771 की भरपाई वे निजी तौर पर करेंगे।
2 श्री रवीन्द्र कुमार पाठक द्वारा अन्य मद की राशि रु 740 की भरपाई निजी तौर पर कर दी गई।
स्थान सहयोग रवीन्द्र कुमार पाठक, बस सहयोग देवेन्द्र कुमार पाठक निजी खर्च पर, व्यवस्थापकों द्वारा पेट्रोल खर्च
इस पेज की 40 प्रतियां बना कर सक्रिय सदस्यों में वितरित की गईं और इसे magasamskriti.blogspot पर सार्वजनिक कर दिया गया।
रवीन्द्र कुमार पाठक, दिनांक 06.जनवरी .2013