बुधवार, 14 जनवरी 2015

सावधानी का आग्रह

एक सुखद ऐतिहासिक सूचना एवं सावधानी का आग्रह
भारत के विभिन्न क्षेत्रों के विभिन्न ब्राह्मणों ने समय समय पर ईशाई धर्म को स्वीकार किया। कोलकाता तथा मद्रास में यह काम यूरोपीय प्रभाव या अंगरेजी सरकार के प्रलोभन वश हुआ। गोआ में जबरन धर्मांतरण कराया गया। सौगाग्य से बंगाल के कोलकाता में रहने के बावजूद ‘‘किसी शाकद्वीपी ने ईशाई धर्म नहीं अपनाया’’, यह मानना है ईशाई मिशनरियों का। देखें वेबसाइट http://joshuaproject.net/people_groups/19974/IN
इस तथ्य ने ईशाई मिशनरियों में यह चुनौती पैदा की है कि किसी प्रकार शाकद्वीपी ब्राह्मणों को ईशाई बनाया जाय। इसके लिे पहला उपाय सोचा गया है कि उन ईशाइयों को इनके संपर्क में लाया जाय जो पहले ब्राह्मण थे। ऐसे लोगों से सावधान रहें।

कोई टिप्पणी नहीं: